UPES B.Tech Admissions 2025
ApplyRanked #42 among Engineering colleges in India by NIRF | Highest CTC 50 LPA , 100% Placements
एचपीसीईटी 2020 - हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय ने बीटेक कोर्स में प्रवेश के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है। HPCET काउंसलिंग पंजीकरण 11 अक्टूबर से खोला गया और 12 अक्टूबर तक उपलब्ध है। एचपीसीईटी 2020 एप्लीकेशन फॉर्म 23 जून से 30 सितंबर तक ऑनलाइन उपलब्ध था। विश्वविद्यालय ने COVID-19 के कारण HPCET 2020 प्रवेश परीक्षा रद्द कर दी है और प्रवेश JEE मेन और कक्षा 12 के अंकों के आधार पर किया जाएगा। एचपीसीईटी 2020 के लिए आवेदन करने के लिए, उम्मीदवारों को पंजीकरण पूरा करना होगा, आवेदन पत्र भरना होगा, आवश्यक दस्तावेज अपलोड करना होगा और शुल्क का भुगतान करना होगा। कुल सीटों का 50% जेईई मेन 2020 के योग्य उम्मीदवारों के लिए आरक्षित होगा जबकि शेष 50% सीटें कक्षा 12 योग्यता परीक्षाओं की मेरिट के आधार पर होंगी। एचपीसीईटी 2020 (HPCET 2020) एक पेन और पेपर आधारित टेस्ट (ऑफलाइन मोड) के रूप में 10 मई (सुबह के सत्र) को आयोजित किया जाना था। एचपीसीईटी 2020 के लिए रजिस्टर्ड होने के लिए, कैंडिडेट्स को रजिस्ट्रेशन स्टेप को पूरा करना होगा, अपना एप्लीकेशन फॉर्म भरना होगा, आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होंगे और निर्धारित शुल्क का भी भुगतान करना होगा। HPCET 2020 एडमिट कार्ड केवल रजिस्टर्ड कैंडिडेट्स के लिए जारी किया जाएगा। काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान एचपीसीईटी और जेईई मेन के अंकों के आधार पर एडमिशन लिए जाएंगे। अलॉटमेंट के दौरान उम्मीदवारों द्वारा उल्लिखित पाठ्यक्रम और कॉलेज की वरीयता भी ध्यान में रखी जाएगी। एचपीसीईटी 2020 (HPCET 2020 in Hindi) से संबंधित महत्वपूर्ण तिथियों, आवेदन प्रक्रिया, परीक्षा पैटर्न, काउंसलिंग आदि के बारे में विस्तृत तौर पर जानने के लिए यह लेख पढ़ें और भविष्य में आने वाली सभी सूचनाओं से अपडेट रहने के लिए यह पेज बुकमार्क भी कर लें।
Latest: HPTU B.Tech काउंसलिंग शुरू। HPCET 2020 आयोजित नहीं किया जाएगा; प्रवेश जेईई मेन और 10 + 2 में प्राप्त अंकों के आधार पर किया जाएगा।
नया क्या है?
आवेदन शुल्क
आवेदन का आधार | कैटेगरी | आवेदन शुल्क |
जेईई मेन 2020 | SC/ST/BPL | 1400 रुपये |
जेईई मेन 2020 | General | 1550 रुपये |
10+2 | SC/ST/BPL | 1400 रुपये |
10+2 | General | 1550 रुपये |
जेईई मेन और 10+2 | SC/ST/BPL | 2800 रुपये |
जेईई मेन और 10+2 | General | 3100 रुपये |
एचपीसीईटी 2020 ओवरव्यू
ब्यौरा | विवरण |
परीक्षा का नाम | हिमाचल प्रदेश कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (HPCET) |
साधारणतया जाना जाता है | एचपीसीईटी |
आयोजक संस्थान | हिमाचल प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी |
परीक्षा की कैटेगरी | अंडरग्रेजुएट |
परीक्षा का स्तर | राज्य स्तरीय |
परीक्षा मोड | ऑफलाइन |
परीक्षा की अवधि | 3 घंटे |
परीक्षा का उद्देश्य | संबद्ध संस्थानों द्वारा ऑफर B.Tech कोर्सेज में एडमिशन प्रदान करने के लिए |
एचपीसीईटी 2020 से जुड़ी अहम तारीखें
एचपीसीईटी 2020 से जुड़ी महत्वपूर्ण तारीखों के जरिये उम्मीदवार को यह जानकारी मिलती है कि परीक्षा और इससे जुड़े अन्य कार्यक्रम कब-कब शुरू होंगे। उम्मीदवार एचपीसीईटी 2020 के लिए नीचे दिए टेबल से इन तारीखों के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
एचपीसीईटी 2020 इम्पॉर्टेंट डेट्स
क्र. सं. | इवेंट्स | महत्वपूर्ण तिथियां (संभावित) |
1 | आवेदन पत्र की उपलब्धता | 23 जून, 2020 |
2 | एचपीसीईटी 2020 एप्लीकेशन फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि | 30 सितम्बर, 2020 |
4 | एचपीसीईटी 2020 | इस सत्र के लिए आयोजित नहीं किया जाएगा। |
5 | एचपीसीईटी काउंसलिंग पंजीकरण | 4 अक्टूबर, 2020 |
एचपीसीईटी 2020 के लिए योग्यता व शर्तें
अथॉरिटीज HPCET 2020 पात्रता मानदंडों को विस्तृत रुप में ऑनलाइन मोड में जारी करेंगी। एचपीसीईटी परीक्षा से जुड़े संस्थानों में एडमिशन की पात्रता हासिल करने के लिए उम्मीदवारों को कुछ शर्तें पूरी करनी पड़ती हैं। इन शर्तों को एचपीसीईटी 2020 पात्रता मानदंड कहा जाता है। इन शर्तों को पूरा नहीं करने पर उम्मीदवार इसके लिए अयोग्य हो जाएंगे। एचपीसीईटी 2020 पात्रता मानदंडों की जानकारी नीचे टेबल में दी गई है, बिना इन शर्तों को जाने फॉर्म भरने से कैंडिडेट्स का एचपीसीईटी एप्लीकेशन फॉर्म 2020 अस्वीकृत भी हो सकता है।
एचपीसीईटी 2020 पात्रता मानदंड
ब्यौरा | विवरण |
शैक्षणिक योग्यता |
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कितने प्रतिशत अंक होना जरूरी |
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जेईई मेन |
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एचपीसीईटी एप्लीकेशन फॉर्म 2020
उम्मीदवार अब 30 सितंबर तक ऑनलाइन मोड में एचपीसीईटी 2020 के आवेदन फॉर्म का उपयोग कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया 23 जून से शुरू की गयी। परीक्षा और प्रवेश प्रक्रिया में भाग लेने के लिए अंतिम तिथि से पहले उम्मीदवारों को पंजीकरण और आवेदन पत्र भरना होगा। । आवेदन पत्र भरते समय, प्रस्तुत सभी विवरणों को प्रकृति में मान्य होना चाहिए।
एचपीसीईटी एप्लीकेशन फार्म 2020 भरने की प्रक्रिया
रजिस्ट्रेशन – सबसे पहले, उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा और रजिस्ट्रेशन लिंक पर क्लिक करना होगा। एचपीसीईटी 2020 में रजिस्ट्रेशन के लिए उम्मीदवारों को अपना नाम, यूजर नेम, जन्म तिथि, ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर डालना होगा। इसके बाद उम्मीदवारों द्वारा पासवर्ड बनाना होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक खास नंबर (unique form number) मिलेगा और इसे आपकी ईमेल आईडी पर भेजा जाएगा।
एप्लीकेशन फॉर्म भरना – यूजर नेम, पासवर्ड और एप्लिकेश नंबर का इस्तेमाल क लॉग-इन करने के बाद उम्मीदवारों को अपना निजी, अकैडमिक और पत्राचार संबंधी विवरण एचपीसीईटी 2020 एप्लीकेशन फॉर्म में भरना होगा।
स्कैन किए गए डॉक्युमेंट्स को अपलोड करना – उम्मीदवारों को बताए गए निर्देशों के मुताबिक अपनी फोटो और हस्ताक्षर की स्कैन कॉपी अपलोड करनी होगी।
एप्लीकेशन फॉर्म को एडिट करें – उम्मीदवार भरी गई तमाम जानकारियों को गौर से पढ़ें और जरूरी पड़ने पर इसमें संशोधन करें।
फीस का भुगतान – इसके बाद उम्मीदवारों को ऑनलाइन मोड में (क्रेडिट कार्ड/डेबिट कार्ड ) या ऑफलाइन सिस्टम से (पीएनबी चालान) फीस का भुगतान करना होगा।
कन्फर्मेशन पेज – फीस का भुगतान होने के बाद पीडीएफ तैयार होगा। भविष्य की जरूरतों के लिए इसका प्रिंट आउट लेकर रख लें।
एचपीसीईटी परीक्षा केंद्र 2020
एप्लीकेशन फॉर्म भरते समय, उम्मीदवारों को एचपीसीईटी 2020 के अपने पसंदीदा परीक्षा केंद्रों का चयन करना होगा। एचपीसीईटी 2020 परीक्षा केंद्रों के माध्यम से, उम्मीदवार उन शहरों की सूची जान सकेंगे जहां प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी। एचपीसीईटी परीक्षा केंद्र 2020 का आवंटन वरीयता और सीटों की उपलब्धता के आधार पर किया जाएगा। आवंटित परीक्षा केंद्रों के विवरण एडमिट कार्ड में मौजूद होंगे।
एचपीसीईटी 2020 परीक्षा केंद्र
क्रम संख्या | परीक्षा केंद्र | क्रम संख्या | परीक्षा केंद्र |
1 | बिलासपुर | 9 | पोंटा साहिब |
2 | मंडी | 10 | हमीरपुर |
3 | शिमला | 11 | जम्मू |
4 | कुल्लू | 12 | सोलन |
5 | चंबा | 13 | उना |
6 | धर्मशाला | 14 | पालमपुर |
7 | नालगढ़ | 15 | नूरपुर |
8 | नाहन | 16 | चंडीगढ़ |
एचपीसीईटी परीक्षा पैटर्न 2020
एचपीसीईटी 2020 परीक्षा पैटर्न में एचपीटीयू द्वारा प्रवेश परीक्षा कैसे आयोजित की जाएगी, इसके बारे में विवरण शामिल है। एचपीसीईटी 2020 परीक्षा पैटर्न का उपयोग करते हुए, उम्मीदवार प्रवेश परीक्षा से संबंधित विभिन्न विवरण जैसे परीक्षा कैसे आयोजित होगी, कितनी देर आयोजित होगी, मार्किंग स्कीम आदि जान सकेंगे। परीक्षा पैटर्न के जरिये उम्मीदवार अपनी तैयारी के लिए बेहतर रणनीति बना सकेंगे।
एचपीसीईटी 2020 परीक्षा पैटर्न
क्रम संख्या | विशेष जानकारी | विवरण |
1 | परीक्षा का माध्यम | ऑफलाइन |
2 | अवधि | 3 घंटे |
3 | भाषा | अंग्रेजी |
4 | सेक्शन |
|
5 | कुल सवालों की संख्या | 150 सवाल |
6 | मार्किंग सिस्टम | हर सही जवाब के लिए उम्मीदवारों को 2 अंक दिए जाएंगे। हर गलत जवाब पर 0.5 या 1/4th अंक काट लिए जाएंगे। |
एचपीसीईटी सिलेबस 2020
परीक्षा की तैयारी का एक और तरीका यह है कि उम्मीदवार एचसीईटी 2020 सिलेबस देखकर उस पर फोकस कर सकते हैं। एचपीसीईटी 2020 सिलेबस आधिकारिक अधिसूचना जारी होने के बाद सभी उम्मीदवारों के लिए उपलब्ध होगा। सिलेबस में वे विषय, टॉपिक और यूनिट होंगे, जिनकी पढ़ाई उम्मीदवारों को करनी होगी। सिलेबस को ठीक ढंग से समझने के बाद उम्मीदवार आगामी परीक्षा के लिए बेहतर ढंग से तैयारी कर सकेंगे।
एचपीसीईटी 2020 सिलेबस
क्रम संख्या | विषय | टॉपिक |
1 | फिजिक्स |
|
2 | केमिस्ट्री |
|
3 | मैथ्स |
|
एचपीसीईटी एडमिट कार्ड 2020 (आवश्यक नहीं)
परीक्षा आयोजित करने वाला प्राधिकरण इस वर्ष के सत्र के लिए HPCET 2020 के एडमिट कार्ड जारी नहीं करेगा। इससे पहले, एडमिट कार्ड HPCET 2020 की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया गया था और पोस्ट या किसी अन्य माध्यम से नहीं भेजा गया था। एडमिट कार्ड में परीक्षा केंद्र का पता, परीक्षा की तारीख और समय, नाम, रोल नंबर और उम्मीदवार की तस्वीर के बारे में जानकारी होती है। छात्रों को परीक्षा के दिन अपना एडमिट कार्ड परीक्षा केंद्र में ले जाना होता है जिसके बिना उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाती है।
एचपीसीईटी मेरिट लिस्ट 2020 (लागू नहीं )
एचपीसीईटी रिजल्ट की घोषणा के ऐलान के बाद एडमिशन प्रशासन एचपसीईटी 2020 मेरिट लिस्ट तैयार करेगा। उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर एडमिशन प्रशासन द्वारा एचपीसीईटी 2020 मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। परीक्षा में उम्मीदवारों के प्रदर्शन के आधार पर उन्हें लिस्ट में जगह मिलेगी। एडमिशन प्रशासन जेईई मेन और एचपीसीईटी क्वालीफाइड उम्मीदवारों के लिए अलग मेरिट लिस्ट जारी करेगा। सीटों का आवंटन मेरिट लिस्ट के मुताबिक किया जाएगा।
एचपीसीईटी काउंसलिंग 2020
योग्य उम्मीदवारों को एचपीसीईटी 2020 की काउंसलिंग के लिए पंजीकरण करना होगा। काउंसलिंग पंजीकरण 4 अक्टूबर से शुरू होगा। पंजीकरण करते समय, उम्मीदवारों को प्रवेश के लिए अपने पसंदीदा पाठ्यक्रम और कॉलेज का चयन भी करना होगा। अधिकारियों द्वारा दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा। सीटों का आवंटन योग्यता के अनुसार, वरीयताएँ और सीटों की उपलब्धता के अनुसार किया जाएगा। आवश्यक बैलेंस शुल्क का भुगतान करके प्रवेश की पुष्टि करनी होगी। काउंसलिंग के दौरान, 50% सीटें जेईई मेन 2020 क्वालिफाइड उम्मीदवारों के लिए आरक्षित होंगी जबकि शेष 50% सीटें एचपीसीईटी 2020 क्वालिफाइड उम्मीदवारों के लिए आरक्षित होंगी।
वेरिफिकेशन के लिए आवश्यक डॉक्युमेंट्स की सूची
जेईई मेन 2020/एचपीसीईटी 2020 स्कोर कार्ड
जन्म तिथि का प्रमाण पत्र (10वीं क्लास का सर्टिफिकेट )
मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या बोर्ड से मार्क्सशीट
पिछले संस्थान से कैरेक्टर सर्टिफिकेट
डोमिसाइल सर्टिफिकेट
जाति प्रमाण पत्र (अगर लागू हो)
इनकम सर्टिफिकेट (अगर लागू हो)
दिव्यांग संबंधी सर्टिफिकेट (अगर लागू हो)
कश्मीरी डोमिसाइल सर्टिफिकेट (अगर लागू हो)
एग्जिक्यूटिव मैजिस्ट्रेट द्वारा इस संबंध में अभिप्रमाणित हलफनामा कि उम्मीदवार की तरफ से 'बेटी है अनमोल' अभियान के तहत अप्लाई किया जा रहा है
एचपीसीईटी 2020 के माध्यम से ऑफर किये जाने वाले B.Tech प्रोग्राम
क्रम संख्या | कोर्स का नाम |
1 | कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग |
2 | इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग |
3 | इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग |
4 | सिविल इंजीनियरिंग |
5 | इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग |
6 | मैकेनिकल इंजीनियरिंग |
7 | इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी |
8 | टेक्सटाइल इंजीनियरिंग |
9 | प्रॉडक्शन इंजीनियरिंग |
10 | ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग |
एचपीसीईटी 2020 में शामिल संस्थान
क्रम संख्या | इंस्टीट्यूट का नाम |
1 | |
2 | एसआईआरडीए इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी, एनएच-21, नौलखा |
3 | |
4 | हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, काला अम्ब |
5 | टी. आर. अभिलाषी मेमोरियल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, मंडी |
6 | |
7 | |
8 | |
9 | |
10 | |
11 | |
12 | |
13 | |
14 | |
15 | राजीव गांधी गवर्ननमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, जिला कांगड़ा |
16 | गवर्ननमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, जियोरी, रामपुर |
17 | अटल बिहारी वाजपेयी गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, प्रगतिनगर |
18 | जेएन गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, भेचंधर, सुंदरनगर |
जानकारी के लिए संपर्क करें
ऑफिस ऑफ द कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन
एच. पी. टेक्निकल यूनिवर्सिटी, गांधी चौक,
हमीरपुर -177001 (हिमाचल प्रदेश)
Application Date:03 September,2024 - 31 December,2024
Application Date:16 September,2024 - 04 December,2024
Hi Kartik,
Getting a seat in a government college for a B.Pharm program with 141 marks in the Himachal Pradesh Common Entrance Test (HPCET) depends on several factors, including the cut-off marks for the year, the number of applicants, and seat availability.
YOU CAN REFER TO THE BELOW ARTICLE FOR MORE DETAILED INFORMATION :-
https://www.careers360.com/exams/hpcet/amp
Hope it helps you!
Hello Nandini,
Scoring 72 in HPCET under the OBC category gives you a chance to secure a seat in a government college, but it depends on the cutoffs for the year, the number of applicants, and seat availability.
Government colleges generally have higher cutoffs, especially for popular branches like CSE or ECE. However, your category might give you an advantage in getting a seat in less competitive branches. It's advisable to check the previous year's cutoff trends and participate in counseling to explore your options.
I hope this answer helps you. If you have more queries then feel free to share your questions with us we will be happy to assist you.
Thank you and wishing you all the best for your bright future.
As per the HPCET eligibility criteria, candidates should have scored at least 20% score for general categories and 15% marks for candidates belonging HPCET Educational Qualification
Passed/appeared bachelor's degree from recognized University with minimum three years duration securing at least 50% marks (45% for reserved category) at the qualifying examination
The HPSQ has 65% of total sanctioned seats and this also includes one seat under Beti Hai Anmol Scheme. This scheme is for female candidates who are single child of their
parents and have a valid Himachal Pradesh state domicile Eligibility Criteria for the HPCET exam: Bachelor of Technology (Direct): The student must have passed class 10+2 or its equivalent examination from a recognised Board or University with Physics and Maths as compulsory subjects along with one of the Chemistry Biotechnology, Biology Technical Vocational subjects
Hello there,
With 218 marks in HPCET 2024 and belonging to the General category, your chances of securing a seat in a good government college will depend on several factors:
Cutoff Trends:
Review the previous years' cutoff marks for government colleges in Himachal Pradesh. This will give you an idea of whether your score is competitive enough.
Course Preferences:
Different courses (Engineering, Pharmacy, etc.) have different cutoffs. Check the specific cutoffs for the course you are interested in.
College Options:
Some government colleges may have a higher cutoff for popular branches like Computer Science or Electronics, while other branches may have lower cutoffs.
Counseling Rounds:
Attend all rounds of counseling as seats may become available in subsequent rounds. Be flexible with your choices to increase your chances.
Special Categories: If you belong to any special category (like HP state domicile), check if any additional reservations apply to you.
In general, a score of 218 is competitive, but securing a seat in a top-tier government college will depend on how it matches with the cutoff trends and availability of seats in your preferred course. Keep an eye on official announcements and the counseling process for the most accurate information.
I hope this answer helps you. If you have more queries then feel free to share your questions with us we will be happy to assist you.
Thank you and wishing you all the best for your bright future.
Hello Suryansh,
With a score of 159 marks in the EWS category for the HPCET (Himachal Pradesh Common Entrance Test), your chances of securing admission to a government college are quite limited. Government colleges often have higher cutoffs, and based on previous years' trends, a score of 159 may not meet the required criteria for most institutions.
Here are a few suggestions:
Check Previous Year Cutoffs
: Look at the cutoff scores from previous years for government colleges to see if your score falls within the acceptable range.
Consider Private Colleges
: If government options are not viable, explore private colleges where your score might be sufficient for admission.
Other Courses
: If you're open to different fields of study, consider applying to programs with lower cutoff scores.
Stay Updated : Keep an eye on the admission announcements and counseling processes for any changes or updates in cutoffs.
It's best to act quickly and explore all possible options!
I hope this answer helps you. If you have more queries then feel free to share your questions with us we will be happy to assist you.
Thank you and wishing you all the best for your bright future.
A flight attendant is a professional whose primary duty is to ensure the safety and comfort of passengers during an airline flight. An individual who is pursuing a career as a flight attendant is part of the cabin crew for the plane, a team of personnel who operate a commercial, business, or even military aircraft while travelling domestically or internationally.
An individual pursuing a career as a flight attendant is specially trained for the aircraft in which he or she works since passenger safety is their foremost concern. In this article, we will discuss how to become a flight attendant in India or how to become a flight attendant after graduation.
An aerospace engineer is an individual who develops new ideas and technologies that can be used in defence systems, aviation, and spacecraft. He or she not only designs aircraft, spacecraft, satellites, and missiles but also creates test vehicles to ensure optimum functionality. Aerospace engineering is a branch of engineering that deals with the study, design, and development of aerial vehicles such as aircraft and spacecraft.
Aerospace engineering jobs deal with employees who design or build missiles and aircraft for national defence, or spacecraft. Aerospace engineering or aircraft engineering is often referred to as rocket science. The bottom line is that the person who is pursuing a career in aerospace engineering has to deal with multiple teams at different levels and work across various technologies.
A career in the aviation industry always sounds exciting. But, there is no scope for the slightest error as it may cost the lives of many people. A Flight Engineer role comes with the responsibility of monitoring the aircraft engine and control systems while in flight. Whenever the aircraft is away from the home station, he or she is required to perform pre-flight and post-flight inspections
An aircrew officer or airline commanders fly aircraft to provide transportation to passengers or cargo. The aircrew officer operates the engines of aircraft and controls to navigate and fly the airplane. The ability to learn new technologies every time and to stay up-to-date with the changes in the industry is what the aircrew officer should possess.
This could be possible through membership with professional pilot associations. The aircrew officer is also one of the highest-paid professionals and the job is quite coveted. Keep reading to find out what you need to know about how to become aircrew officer.
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An air hostess is a flight attendant also known as a cabin crew or steward. An air hostess undertakes several pre-flight, in-flight, and post-flight duties and is responsible for ensuring the safety and comfort of passengers on both national and international flights. A career as an air hostess might be desirable for you if you are excited about a job in which you can help people and travel to exciting places.
Air hostesses play a crucial role in the flight crew, working closely with pilots and ground personnel to provide a safe and comfortable travel experience, even beyond their hospitality responsibilities. Being flexible, having strong communication skills, and being dedicated to the comfort of passengers are all necessary for their dynamic function, which makes them essential to the entire travel experience.
An Aeronautical Engineer job comes with the responsibility of designing aircraft and thrust systems. He or she is employed in aviation, defence or civil aviation industries. Aeronautical Engineer is generally engaged in the design of aircraft and propulsion systems as well as the analysis of building materials and aircraft's aerodynamic performance. The role of an Aeronautical Engineer may involve assembling parts of aircraft, testing and maintaining them.
A Safety Manager is a professional responsible for employee’s safety at work. He or she plans, implements and oversees the company’s employee safety. A Safety Manager ensures compliance and adherence to Occupational Health and Safety (OHS) guidelines.
Are you searching for an 'airline pilot job description'? An airline pilot or airline commander flies aircraft and helicopters to provide transportation to passengers or cargo. The airline pilot operates the engines of the aircraft and controls them to navigate and fly the airplane. The ability to learn new technologies every time and to stay up-to-date with the changes in the industry is what aviators should possess. The career as airline pilot is also one of the highest-paid professionals and the job is quite coveted.
Welding Engineer Job Description: A Welding Engineer work involves managing welding projects and supervising welding teams. He or she is responsible for reviewing welding procedures, processes and documentation. A career as Welding Engineer involves conducting failure analyses and causes on welding issues.
A career as Transportation Planner requires technical application of science and technology in engineering, particularly the concepts, equipment and technologies involved in the production of products and services. In fields like land use, infrastructure review, ecological standards and street design, he or she considers issues of health, environment and performance. A Transportation Planner assigns resources for implementing and designing programmes. He or she is responsible for assessing needs, preparing plans and forecasts and compliance with regulations.
Individuals who opt for a career as an environmental engineer are construction professionals who utilise the skills and knowledge of biology, soil science, chemistry and the concept of engineering to design and develop projects that serve as solutions to various environmental problems.
A Safety Manager is a professional responsible for employee’s safety at work. He or she plans, implements and oversees the company’s employee safety. A Safety Manager ensures compliance and adherence to Occupational Health and Safety (OHS) guidelines.
A Conservation Architect is a professional responsible for conserving and restoring buildings or monuments having a historic value. He or she applies techniques to document and stabilise the object’s state without any further damage. A Conservation Architect restores the monuments and heritage buildings to bring them back to their original state.
A Structural Engineer designs buildings, bridges, and other related structures. He or she analyzes the structures and makes sure the structures are strong enough to be used by the people. A career as a Structural Engineer requires working in the construction process. It comes under the civil engineering discipline. A Structure Engineer creates structural models with the help of computer-aided design software.
Highway Engineer Job Description: A Highway Engineer is a civil engineer who specialises in planning and building thousands of miles of roads that support connectivity and allow transportation across the country. He or she ensures that traffic management schemes are effectively planned concerning economic sustainability and successful implementation.
Are you searching for a Field Surveyor Job Description? A Field Surveyor is a professional responsible for conducting field surveys for various places or geographical conditions. He or she collects the required data and information as per the instructions given by senior officials.
Individuals who opt for a career as geothermal engineers are the professionals involved in the processing of geothermal energy. The responsibilities of geothermal engineers may vary depending on the workplace location. Those who work in fields design facilities to process and distribute geothermal energy. They oversee the functioning of machinery used in the field.
A geologist attempts to comprehend the historical backdrop of the planet we live on, all the more likely to anticipate the future and clarify current events. He or she analyses the components, deployments, results, physical characteristics, and past of the planet. A geologist examines the landforms and landscapes of the earth in relation to the geology, climatic, and human processes that have shaped them.
A geologist studies earth procedures, for example, seismic tremors, avalanches, floods, and volcanic eruptions to review land and draw up safe structure plans. When he or she researches earth materials, explores metals and minerals, yet in addition search for oil, petroleum gas, water, and strategies to extricate these.
Energy efficiency engineering is a broad field of engineering which deals with energy efficiency, energy services, facility management, plant engineering, and sustainable energy resources. Energy efficiency engineering is one of the most recent engineering disciplines to emerge. The field combines the knowledge and understanding of physics, chemistry, and mathematics, with economic and environmental engineering practices. The main job of individuals who opt for a career as an energy performance engineer is to find the most efficient and sustainable path to operate buildings and manufacturing processes.
Individuals who opt for a career as energy performance engineers apply their understanding and knowledge to increase efficiency and further develop renewable sources of energy. The energy efficiency engineers also examine the use of energy in those procedures and suggest the ways in which systems can be improved.
A career as a Petroleum engineer is concerned with activities related to producing petroleum. These products can be in the form of either crude oil or natural gas. Petroleum engineering also requires the exploration and refinement of petroleum resources. Therefore, a career as a petroleum engineer comes up with oil and gas onshore jobs. There are also desk jobs in the petroleum industry. In layman’s terms, a petroleum engineer is a person who finds the best way to drill and extract oil from oil wells. Individuals who opt for a career as petroleum engineer also tries to find new ways to extract oil in an efficient manner.
A career as Transportation Planner requires technical application of science and technology in engineering, particularly the concepts, equipment and technologies involved in the production of products and services. In fields like land use, infrastructure review, ecological standards and street design, he or she considers issues of health, environment and performance. A Transportation Planner assigns resources for implementing and designing programmes. He or she is responsible for assessing needs, preparing plans and forecasts and compliance with regulations.
A career as a civil engineer is of great importance for the infrastructural growth of the country. It is one of the most popular professions and there is great professional as well as personal growth in this civil engineering career path. There is job satisfaction in this civil engineering career path, but it also comes with a lot of stress, as there are multiple projects that need to be handled and have to be completed on time. Students should pursue physics, chemistry and mathematics in their 10+2 to become civil engineers.
A career as a Transportation Engineer is someone who takes care of people's safety. He or she is responsible for designing, planning and constructing a safe and secure transportation system. The transportation sector has seen a huge transformation and is growing day by day and improving every day.
As a Transport Engineer, he or she needs to solve complex problems such as accidents, costs, traffic flow, and statistics. A Transport Engineer also collaborates for projects with some other companies.
A loco pilot or locomotive pilot is a professional responsible for operating trains. He or she starts, stops, or controls the speed of the train. A locomotive pilot ensures that the train operates according to time schedules and signals. These loco pilots are responsible for carrying people and products to distinct destinations.
A loco pilot has thorough knowledge and understanding of the railway operations, rules, regulations, protocols, and measures to take in times of emergency. Their role is crucial in ensuring passenger and freight trains' smooth and safe operation. Here, in this article, we will discuss everything on how to how to become a loco pilot.
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